कैसे गेहूं के आटा को न्यूट्रिशियस बनाएं, इन 4 आटा को गेहूं में मिलाकर बनाएं ज्यादा पौष्टिक #how to make wheat flour more nutritious #which is the best flour to eat in daily life #benefits of jwar , bajra ,gehu ,chana , ragi
आटा हमारी डाइट का अहम हिस्सा है जिसका सेवन हम सुबह,दोपहर और शाम दिन में तीन बार करते हैं। जब भी हम हेल्दी डाइट की बात करते हैं तो डाइट में फलों,सब्जियों पर चर्चा करते हैं लेकिन आटा को नज़रअंदाज़ कर देते हैं,जबकि आटा का सेवन हम सबसे ज्यादा करते हैं। हम खाने में रोज रोटी खाते हैं फिर भी हम उससे बोर नहीं होता क्योंकि वो हमारी डाइट का अहम हिस्सा है। भारत में 90 फीसदी अबादी गेहूं के आटा का सेवन करती है। एक ही तरह के अनाज का सेवन रोजाना करने से दूसरी तरह के अनाज और उसके फायदों से हम महरूम हो जाते हैं। तरह-तरह के अनाज में अलग-अलग गुण मौजूद होते हैं जो बॉडी की जरूरतों को पूरा करने में असरदार हैं।
आयुर्वेदिक Dr. Priyanka Verma के मुताबिक अगर आप रेगुलर सिर्फ गेहूं का आटा इस्तेमाल करते हैं तो इस आटे के कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। इस आटे का सेवन वजन को तेजी से बढ़ाता है। इसका सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों की ब्लड शुगर का स्तर तेजी से स्पाइक होता है। गेहूं में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है इसका सेवन करने से इंसान को ज्यादा थकान हो सकती है। गेहूं की रोटी ज्यादा खाने से पेट में भारीपन और पेट फूलने की परेशानी हो सकती है।
एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आप गेहूं के आटे में चार तरह के आटे को शामिल कर लें तो आपका आटा दुनिया का सबसे शानदार आटा बन जाएगा और आप कभी बीमार भी नहीं पड़ेंगे। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि गेहूं के आटा के साथ कौन से चार तरह के आटा का इस्तेमाल करें और उनसे बॉडी को कौन-कौन से फायदे हैं।
गेहूं के आटा में काबुली चना मिक्स करें:
गेहूं के आटा में काबूली चना मिक्स करें। चना प्रोटीन का रिच स्रोत होता है इसका सेवन वजन कम करने में बेहद असरदार साबित होता है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो गेहूं के साथ चने के आटा का सेवन करें। चने का आटा बड़े हुए ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होता है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है जिसका सेवन करने से कब्ज से निजात मिलेगी। इसमें आयरन की मात्रा अधिक होती है जो बॉडी में खून की कमी को पूरा करता है। आटा में चना का इस्तेमाल करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल रहता है। दिल के मरीज गेहूं के आटा में चने के आटा का इस्तेमाल करें दिल के रोगों से बचाव होगा।
गेहूं में करें रागी का इस्तेमाल:
अगर आप वजन को कम करना चाहते हैं तो गेहूं में रागी का इस्तेमाल एक आइडियल ग्रेन बन जाता है। इस आटे में कैलोरी बेहद कम होती है जिसका इस्तेमाल करने से वजन को असानी से कम किया जा सकता है। कम कैलोरी का आटा डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी मददगार होता है। कैल्शियम से भरपूर आटा जोड़ों के दर्द को दूर करता है। फाइबर से भरपूर आटा कब्ज को दूर करता है। इसका सेवन कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है। इसका सेवन करने से स्किन और बालों की समस्याओं का उपचार होता है।
गेहूं में करें जौ का इस्तेमाल:
जौ का आटा सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। जौ का आटा आपकी किडनी की सेहत को दुरुस्त करता है। अगर आपको बार-बार यूरीनरी ट्रैक इंफेक्शन का खतरा रहता है तो आप इस आटे का सेवन कर सकते हैं।
बाजरा का सेवन करें:
गेहूं के साथ बाजरा का सेवन बॉडी में आयरन की कमी को पूरा करेगा और बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालता है। इसका सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल रहेगा।
इस आटा को किस तरह तैयार करें:
इस आटा को बनाने के लिए 10 हिस्सा गेहूं का आटा लें। इसमें डाई हिस्सा चना का आटा मिलाएं। इसमें 2 हिस्सा मिलाएं जौ का आटा,एक हिस्सा बाजरा का और एक हिस्सा रागी का मिलाना है। इस आटा को बनाने का सबसे बेस्ट तरीका है कि आप ये सभी साबुत अनाज ले लें और उन्हें धोकर पिसवाएं। याद रखें कि इस आटा को अलग-अलग पिसवाएं एक साथ नहीं पिसवाएं।
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