CONTROL YOUR B.P ( BLOOD PRESSURE) WITH NATURAL AYURVEDA !! # high B.P #उच्च व निम्न रक्तचाप के उपाय # आयुर्वेदिक रेमेडीज

रक्तचाप  रक्तवाहिनियों में बहते  रक्तचाप वाहिनियों की दीवारों पर द्वारा डाले गये दबाव को कहते हैं। धमनियां वह नलिका है जो पंप करने वाले हृदय से रक्त को शरीर के सभी ऊतको और इंद्रियों तक ले जाते हैं। ह्रदय , रक्त को धमनियों में पंप करके धमनियों में रक्त प्रवाह को विनियमित करता है और इसपर लगने वाले दबाव को ही रक्तचाप कहते हैं।

ब्लड प्रेशर 

हाई ब्लड प्रेशर इन दिनों आम हो चला है। हाई ब्लड प्रेशर में धमनियों में रक्‍त का दबाव बढ़ जाता है। दबाव के कारण धमनियों में रक्‍त प्रवाह सुचारू बनाये रखने के लिए दिल को अधिक काम करना पड़ता है। कई लोग इस समस्‍या की गंभीरता से अनभिज्ञ होते हैं। हाई बीपी हृदय रोग का कारण हो सकता है। लेकिन कुछ  उपचार को अपनाकर आप काफी हद तक इस बीमारी से बच सकते हैं।

उच्च रक्तचाप (Hypertension) कहलाता है। इसका अर्थ है कि धमनियों में उच्च चाप (तनाव) है। उच्च रक्तचाप का अर्थ यह नहीं है कि अत्यधिक भावनात्मक तनाव हो। भावनात्मक तनाव व दबाव अस्थायी तौर पर रक्त के दाब को बढ़ा देते हैं। सामान्यतः रक्तचाप १२०/८० से कम होनी चाहिए और १२०/८० तथा १३९/८९ के बीच का रक्त का दबाव पूर्व उच्च रक्तचाप (प्री हाइपरटेंशन) कहलाता है 1

उच्च रक्तचाप से हृदय रोग, गुर्दे की बीमारी, धमनियों का सख्त हो जाने, आंखे खराब होने और मस्तिष्क खराब होने का जोखिम बढ़ जाता है।

उच्च रक्तचाप के उपाय 

हाई ब्लड प्रेशर में चक्कर आने लगते हैं,
सिर घूमने लगता है,
रोगी का किसी काम में मन नहीं लगता।

उसमें शारीरिक काम करने की क्षमता नहीं रहती
 और रोगी अनिद्रा का शिकार रहता है।
 इस रोग का घरेलू उपचार भी संभव है, जरूरत है संयमपूर्वक नियम पालन की।

❤तीन ग्राम मेथीदाना पावडर सुबह-शाम पानी के साथ लें। इसे पंद्रह दिनों तक लेने से लाभ मालूम होता है। यह डायबिटीज में भी लाभकारी है।

❤गेहूं व चने के आटे को बराबर मात्रा में लेकर बनाई गई रोटी खूब चबा-चबाकर खाएं, आटे से चोकर न निकालें।

❤तरबूज के बीज की गिरि तथा खसखस अलग-अलग पीसकर बराबर मात्रा में मिलाकर रख लें। एक चम्मच मात्रा में प्रतिदिन खाली पेट पानी के साथ लें।

❤नियमित रूप से छाछ दिन में भोजन के बाद जरूर लें।

❤हाई ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए  पपीता भी बहुत लाभ करता है, इसे प्रतिदिन खाली पेट चबा-चबाकर खाएं।

❤21 तुलसी के पत्ते तथा सिलबट्टे पर पीसकर एक गिलास दही में मिलाकर सेवन करने से हाई ब्लडप्रेशर में लाभ होता है।

❤पांच तुलसी के पत्ते तथा दो नीम की पत्तियों को पीसकर 20 ग्राम पानी में घोलकर खाली पेट सुबह पिएं। 15 दिन में लाभ नजर आने लगेगा।

❤तुलसी का रस एक या दो चम्मच पानी में मिलाकर खाली पेट सेवन करें। इसके एक घंटे बाद तक कुछ भी न खाएं।

❤ठंडे पानी से नहाने के बजाय गुनगुने पानी से नहाएं, साथ ही अधिक नमक व अधिक चीनी का इस्तेमाल हानिकारक है।


निम्न रक्तचाप ( Hypotension) वह दाब है जिससे धमनियों और नसों में रक्त का प्रवाह कम होने के लक्षण या संकेत दिखाई देते हैं। जब रक्त का प्रवाह कफी कम होता हो तो मस्तिष्क, हृदय तथा गुर्दे जैसे महत्वपूर्ण इंद्रियों में ऑक्सीजन और पौष्टिक पदार्थ नहीं पहुंच पाते जिससे ये इंद्रियां सामान्य रूप से काम नहीं कर पाती और इससे यह स्थायी रूप से क्षतिग्रस्त हो सकती है। 

निम्न रक्तचाप समस्या के  उपाय

चक्‍कर आना, कमजोरी होना और घबराहट की शिकायत निम्‍न रक्‍तचाप के प्रमुख लक्षण हैं, इसके उपचार के लिए घरेलू नुस्‍खों का प्रयोग कीजिए।

❤निम्‍न रक्‍तचाप के लिए किशमिश का प्रयोग बहुत फायदेमंद है। 10 ग्राम किशमिश और 50 ग्राम देशी चने को रात में 100 ग्राम पानी में किसी कांच के बर्तन में रख दीजिए। सुबह चनों को किशमिश के साथ अच्छी तरह से चबा-चबाकर खाएं और पानी पियें। यदि देशी चने न मिल पाएं तो सिर्फ किशमिश ही लें। इसे प्रयोग करने से रक्‍तचाप सामान्‍य हो जायेगा।

❤बादाम स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत फायदेमंद है, यह लो ब्‍लड प्रेशर की समस्‍या से भी निजात दिलाता है। रात को बादाम की 3-4 गिरी पानी में भिगों दें और सुबह छिलका उतारकर कर 15 ग्राम मक्खन और मिश्री के साथ मिलाकर बादाम और गिरी को खायें, इससे ब्‍लड प्रेशर सामान्‍य हो जायेगा।

❤प्रतिदिन आंवले या आवंले के मुरब्बे का सेवन करने से लो ब्लेड प्रेशर की शिकायत दूर होती है। इसके अलावा आंवले के 2 ग्राम रस में 10 ग्राम शहद मिलाकर कुछ दिन प्रातःकाल सेवन करने से रक्‍तचाप सामान्‍य हो जाता है।

❤निम्‍न रक्‍तचाप को सामान्‍य बनाये रखने के लिए चुकंदर के रस का प्रयोग कीजिए। रोजाना चुकंदर का जूस सुबह-शाम पीने से भी फायदा होता है। अगर आप एक हफ्ते चुकंदर के रस का सेवन करें तो निम्‍न रक्‍तचाप की शिकायत दूर हो जायेगी।

❤निम्‍न रक्‍तचाप की शिकायत दूर करने के लिए दालचीनी का प्रयोग करें। दालचीनी, जटामानसी, कपूर को समान मात्रा में लेकर इसका मिश्रण बना लेँ और तीन-तीन ग्राम की मात्रा मेँ सुबह-शाम हल्‍के गरम पानी के साथ पियें। कुछ ही दिन में आपका ब्‍लड प्रेशर सामान्‍य हो जायेगा।

❤शहद न केवल कई बीमारियों से निजात दिलाता है बल्कि यह निम्‍न रक्‍तचाप की समस्‍या को भी दूर करता है। शहद को आवलें के रस में मिलाकर चाटने से जल्दी आराम मिलता है और लो ब्‍लड प्रेशर के कारण चक्‍कर आने की शिकायत भी दूर हो जाती है।

❤अदरक के बारीक कटे हुए टुकडों में नींबू का रस व सेंधा नमक मिलाकर रखें। इसे खाने से पहले थोड़ी मात्रा में दिन में कई बार खाते रहने से निम्‍न रक्‍तचाप की शिकायत दूर होती है।

❤लहसुन निम्न रक्तचाप के रोगियों के लिये बहुत ही फायदेमंद होता है। लहसुन का नियमित सेवन करने से भी लो ब्लड प्रेशर की समस्या में आराम मिलता है।

❤काली मिर्च भी निम्‍न रक्‍तचाप की समस्‍या को दूर करती है। थोड़ी सी काली मिर्च को 200 ग्राम टमाटर के रस में नमक के साथ मिलाकर पीने से फायदा होता है। उच्च रक्तचाप में जहां नमक के सेवन से रोगी को हानि होती है, वहीं निम्न रक्तचाप के रोगियों को नमक के सेवन से फायदा होता है।

❤गाजर के साथ इसका रस भी निम्‍न रक्‍तचाप की समस्‍या से निजात दिलाता है। गाजर के 200 ग्राम रस में पालक का 50 ग्राम रस मिलाकर पीने से निम्न रक्तचाप की समस्‍या दूर हो जाती है। इसके अलावा निंबू को पानी के साथ या सलाद आदि के साछ रोज खाने से यह शिकायत दूर होती है।


ब्लड प्रेशर के आसान उपचार

❤ताजा दही- ताजे दही को हाई ब्‍लड प्रेशर के रोगियों के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। एक शोध के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर से परेशान व्‍यक्तियों को भोजन के साथ ताजा दही खाना चाहिए। खाने में उचित मात्रा में दही का सेवन करने से हाई ब्‍लड प्रेशर के खतरे को कम किया जा सकता है।

❤लहसुन- लहसुन ब्लड प्रेशर ठीक करने में बहुत मददगार घरेलू उपाय है। यह रक्त का थक्का नहीं जमने देता है। और कोलेस्‍ट्रॉल को नियंत्रित रखता है।

❤नींबू का रस- नींबू के रस से रक्‍त वाहिनियां कोमल व लचकदार हो जाती हैं। इससे रक्‍तचाप सामान्‍य बना रहता है। यह हृदयाघात के खतरे को भी कम करता है। एक-एक चम्‍मच शहद, अदरक और नींबू के रस को गुनगुने पानी में मिलाकर सप्‍ताह में दो-तीन बार पीना चाहिए। यह ब्‍लड प्रेशर के लिए बहुत अच्‍छा टॉनिक है।

❤तरबूज के बीज और खसखस- तरबूज के बीज को छीलकर उसके बीच की गिरी और खसखस दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर पीस लें। रोज सुबह-शाम एक चम्मच खाली पेट पानी के साथ लें। एक महीने तक इसका सेवन करें। यह हाई ब्‍लड प्रेशर के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

❤चुकंदर- रीडिंग यूनिवर्सिटी के अध्ययन में कहा गया है कि रोजाना चुकंदर का एक गिलास जूस पीने से रक्‍तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है। चुकंदर में भरपूर मात्रा में पाए जाने वाले नाइट्रेट पाचन तंत्र में पहुंच कर नाइट्रिक आक्साइड बन जाता है और रक्त प्रवाह को सुचारू कर ब्‍लड प्रेशर को कम रखता है। यह मासंपेशियों की आक्सीजन की जरूरत को भी कम कर देता है।

❤प्याज का रस- प्याज का रस रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करके ब्‍लड प्रेशर को नियंत्रित करता है। प्याज खून साफ कर नर्वस सिस्‍टम को मजबूत बनाता है। प्‍याज का रस और शहद बराबर मात्रा में मिलाकर दो चम्‍मच दिन में एक बार लेना रक्‍तचाप में फायदेमंद होता है।

❤अदरक- अधिक कोलेस्‍ट्रोल रक्त प्रवाह में अवरोध पैदा करता है। इससे हाई ब्‍लड प्रेशर की शिकायत हो जाती है। अदरक में एंटीओक्‍सीडेट्स होते है जो कोलेस्‍ट्रोल को कम करने में मददगार होते हैं। अदरक से रक्तसंचार में भी सुधार होता है, धमनियों के आसपास की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है जिससे हाई ब्लड प्रेशर नीचे
आ जाता है।
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤






Comments

  1. Very good explanation. Thanks for your article. This is very valuable post shared, i am very happy to read your post. Keep it up. if you want to Blood Pressure Medicine In Ayurveda so you can visit on our website.

    ReplyDelete

Post a Comment

Priyanka04847@gmail.com

Popular posts from this blog

Nurturing Gynecological Wellness: A Comprehensive Guide

Title: Diabetes Mellitus in Today's World: An Escalating Health Challenge

2 BEST MASSAGER FOR JOINT PAIN RELIEF #JOINT PAIN MASSAGER #orthopedic massager