Home Remedies :Heartburn & Hyperacidity "पेट की गैस से राहत पाने के उपाय"#आयुर्वेदिक पथ्य भोजन एवं परहेज तथा कुछ रामबाण इलाज #Ayurvedic treatment for Hyperacidity /gas.
पेट में गैस अर्थार्त एसिडिटी होने पर क्या किया जाए.
इससे पूर्व यह जान लेते हैं की पेट में एसिडिटी किस वजह से होती हैं। पेट में गैस कई कारणों से हो जाती हैं।
1.अधिक मसाले वाला भोजन खाने पर भी पेट में गैस हो जाती है।
2.खाना पूरी तरह से न पचने के कारण भी पेट में गैस बन जाती हैं।
3.सुबह देरी से नाश्ता करने के कारण भी एसिडिटी हो जाती है।
अब सवाल यह उठता हैं की पेट की गैस से राहत पाने के लिए हमें क्या करना चाहिए :-पेट की एसिडिटी को दूर करने के लिए हमें किसी डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं हैं। पेट की एसिडिटी का ईलाज हम घर पर ही कर सकते हैं।
1. अजवायन का सेवन करके पेट की गैस को दूर किया जा सकता हैं। इसके लिए एक चम्मच अजवायन लें। अब एक चम्मच का चौथा भाग निम्बू का रस लें। निम्बू के रस को अजवायन के साथ मिलकर चाट लें। आपके पेट की गैस में आराम मिलेगा।
2. केलों को खाने से हमारे शरीर की हड्डियाँ मजबूत होती हैं। पेट की गैस से राहत पाने के लिए दो – चार दिनों तक दो केले को खाकर दूध पी लें। दूध के साथ केलो का सेवन करने से जल्दी ही आपके पेट को गैस से राहत मिलेगी।
3. अगर किसी व्यक्ति के पेट में दर्द हो रहा हो, साथ ही पेट में गैस भी बन रही हो तो उसके लिए हिंग बहुत ही उपयोगी है। पेट की गैस और पेट के दर्द को ठीक करने के लिए थोडी – सी हिंग को लेकर उसका बारीक़ चुर्ण बना लें.। अब हिंग के चुर्ण को थोड़ी – सी रुई के फाहे पर रखकर पेट की नाभि के ऊपर रखें। इससे पेट की गैस व पेट का दर्द दोनों ही ठीक हो जाएगा.
4. पेट की गैस को दूर करने के सबसे सरल और उत्तम उपाय बिना आटे को छाने ही उसकी रोटियों को बना लें। चोकर सहित आटे की रोटी को खाने से पेट की गैस कुछ ही समय में खत्म हो जाती हैं।
5. पेट की गैस को दूर करने के लिए अदरक, जीरा और सेंधा नमक के मिश्रण का उपयोग भी किया जा सकता हैं. इसके लिए थोडा – सा अदरक का रस लें। थोडा - सा सेंधा नमक लें, और थोडा - सा जीरा लेकर उसे भुन लें। अब तीनो को एक साथ मिलाकर इस मिश्रण का सेवन करें। इस मिश्रण का सेवन करने के बाद उपर से आधा गिलास लस्सी पी लें।आपके पेट की एसिडिटी जल्दी ही खत्म हो जाएगी।
6. एसिडिटी को खत्म करने के लिए ईसबगोल का उपयोग करना बहुत ही लाभकारी होता है। इस के लिए भोजन करने के बाद एक गिलास दूध के साथ ईसबगोल का सेवन करें. आपके पेट की एसिडिटी जल्द ही ठीक हो जाएगी।
7. संतरे का रस पेट की गैस को दूर करने में बहुत ही उपयोगी सिद्ध होता है। इसके लिए एक गिलास संतरे के रस में सेंधा नमक डालें। अब थोडा – सा जीरा लें, और उसे भुन लें। अब जीरे को संतरे के रस में डालकर मिला लें और इस रस का सेवन करें। संतरे के रस को पीने से आपके पेट की एसिडिटी में आराम मिलेगा।
8. पेट की गैस को दूर करने के लिए अदरक तथा पुदीने का रस बहुत ही लाभकारी होता हैं। अदरक और पुदीने के रस की बराबर मात्रा लें, तथा इसका सेवन करें। पुदीने के रस और अदरक के रस का सेवन दिन में चार बार करें।पेट की एसिडिटी जल्दी ही खत्म हो जाएगी।
9. जिस प्रकार अदरक के रस में पुदीने की पत्तियों का रस मिलाकर पीने से पेट की एसिडिटी में लाभ होता हैं। ठीक उसी प्रकार अदरक के रस के साथ शहद को मिलाकर पीने से भी पेट की एसिडिटी खत्म हो जाती हैं।पेट की गैस को दूर करने के लिए अदरक के रस के साथ बराबर मात्रा में शहद का सेवन करें। इन दोनों का सेवन करने से पेट की एसिडिटी में आराम मिलता है।
एसिडिटी के मुख्य लक्षण:
1. सीने और छाती में जलन, इससे सीने में दर्द भी रहता है।
2. मुंह में खट्टा पानी आना।
3. भोजन ठीक से नहीं पचता, इसकी वजह से घबराहट होती है।
4. खट्टी डकारें आती हैं।
5. गले में जलन-सी महसूस होती है।
जब यह तकलीफ बार-बार होती है तो गंभीर समस्या का रूप धारण कर लेती है। एसिडिटी से कई बार रोगी ऐसा महसूस करता है जैसे भोजन उसके गले में आ रहा है या कई बार डकार के साथ खाना मुंह में आ जाता है। रात को सोते समय इस तरह की शिकायत ज्यादा होती है। कई बार एसिडिटी भोजन नली से सांस की नली में भी पहुंच जाता है, जिससे मरीज को दमा या खांसी की तकलीफ भी हो सकती है।
एसिडिटी कैसे बढ़ती है :-
वो लोग जो ज्यादा मिर्च-मसाले वाला खाना खाते हैं, ज्यादा शराब ज्यादा शराब पीते हैं उन्हें एसिडिटी की शिकायत ज्यादा होती है। इसके अलावा और भी कई वजहें हैं जिससे एसिडिटी बढ़ती है--
1. वक्त पर खाना न खाना।
2. ज्यादा घी-तेल और मसाले वाला खाना खाना।
3. भोजन करने के बाद दिन में सोना।
4. अधिक समय तक तनावग्रस्त रहना।
5. देर तक भूखे रहना।
6. जंक फूड बहुत ज्याद खाना।
7. पानी कम पीना।
पेट की गैस से राहत पाने के उपाय :-
1.अजवाइन :
अजवाइन पेट के अनेकों रोगों जैसे गैस, पेट के कीड़े या फिर एसिडिटी के लिए बेहद अच्छा उपाय है। यदि आपको पेट में दर्द हो रहा है और आपको पता है कि यह एसिडिटी या गैस है तो तुरंत गर्म पानी के साथ एक छोटी चम्मच अजवाइन की ले लीजिये। आपको एसिडिटी और गैस में तुरंत राहत मिल जाएगी।
2.पुदीना :
पुदीना हमारे पूरे स्वास्थ्य के लिए एक वरदान है। यह लगभग हर बीमारी में किसी न किसी रूप में प्रयोग किया जा सकता है। वहीं पेट की गैस और एसिडिटी और पाचन क्रिया के लिए यह बेहद कारगार औषधि है। यदि आपको पेट में गैस, एसिडिटी जी मचलना या उलटी की समस्या हो तो पुदीने का जूस, इसकी चटनी, काढ़ा या ग्रीन टी के रूप में सेवन किया जा सकता है।
3.नींबू :
आकार में छोटा सा नींबू अलग-अलग गुणों से भरपूर है। यदि किसी को पेट में जलन या गैस महसूस हो रही हो तो नींबू पानी और नींबू की चाय तुरंत राहत देती है।
इसके अलावा यदि किसी को ज्यादा ही परेशानी हो रही हो तो वह एक गिलास पानी में नींबू निचोड़कर, उसमें थोड़ा सा काला नमक, चुटकी भर भुना जीरा, चुटकी भर अजवाइन, 2 चम्मच मिश्री एक चम्मच ताजे पुदीने का रस मिलाकर उसे पी जाए इस से गैस की समस्या में तुरंत राहत मिल जाएगी।
4.सेब का सिरका :
सेब के सिरके की दो चम्मच गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से गैस में तुरंत राहत मिल जाती है।
5.छाछ :
चुटकी भर भुना जीरा, काला नमक और पुदीना छाछ में मिलाकर खाना खाने के बाद पीने से गैस की समस्या आमतौर पर नहीं उभरती।
एसिडिटी से निजात पाने के उपाय ::
केला
तुलसी
ठंडा दूध
सौंफ
जीरा
लौंग
इलायची
पुदीना
अदरक
अमला
आयुर्वेदिक चिकित्सा : रामबाण इलाज
अदरक का रस :
नींबू और शहद में अदरक का रसमिलाकर पीने से, पेट की जलन शांत होती है।
अश्वगंधा :
भूख की समस्या और पेट की जलन संबधित रोगों के उपचार में अश्वगंधा सहायक सिद्ध होती है।
बबूना :
यह तनाव से संबधित पेट की जलन को कम करता है।
चन्दन :
एसिडिटी के उपचार के लिए चन्दन द्वारा चिकित्सा युगों से चली आ रही चिकित्सा प्रणाली है। चन्दन गैस से संबधित परेशानियों को ठंडक प्रदान करता है।
चिरायता :
चिरायता के प्रयोग से पेट की जलन और दस्त जैसी पेट की गड़बड़ियों को ठीक करने में सहायता मिलती है।
इलायची :
सीने की जलन को ठीक करने के लिए इलायची का प्रयोग सहायक सिद्ध होता है।
हरड :
यह पेट की एसिडिटी और सीने की जलन को ठीक करता है ।
लहसुन :
पेट की सभी बीमारियों के उपचार के लिए लहसून रामबाण का काम करता है।
मेथी :
मेथी के पत्ते पेट की जलन में सहायक सिद्ध होते हैं।
सौंफ :
सौंफ भी पेट की जलन को ठीक करने में सहायक सिद्ध होती है। यह एक तरह की सौम्य रेचक होती है और शिशुओं और बच्चों की पाचन और एसिडिटी से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए भी मदद करती है।
घरेलु उपाय :Home Remedies
आंवला :
जैसे आंवला खट्टा होता है, लेकिन एसिडिटी के घरेलू उपचार के रूप में यह बहुत शानदार है। फौरन राहत के लिए 2 चम्मच आंवला जूस या सूखा हुआ आंवला पाउडर और दो चम्मच पिसी हुई मिश्री ले लें और दोनों को पानी में मिलाकर पी जाएं।
दही :
अपने रोजमर्रा के आहार में मट्ठा और दही शामिल कर लें। ताजे खीरे का रायता एसिडिटी का बेहतरीन उपचार हैं।
पानी :
खूब पानी पीएं क्योंकि इससे न सिर्फ पाचन में मदद मिलती है बल्कि शरीर से टॉक्सिन भी फ्लशआउट हो जाते हैं।
हरी सब्जियां :
यह सुनिश्चित कर लें कि आप खूब सारी हरी पत्तेदार सब्जियां और अंकुरित अनाज खाएं। ये विटामिन बी और ई का बेहतरीन स्रोत हैं। ये शरीर से एसिडिटी को बाहर निकाल लेते हैं।
पथ्य सेवन : आहार, जो करे एसिडिटी पर वार
टमाटर :
कैल्शियम, फास्फोरस व विटामिन-सी भरपूर टमाटर शरीर से जीवाणुओं को बाहर निकालने में मदद करता है। एसिडिटी में टमाटर खाने से लाभ मिलता है। इसका नियमित सेवन एसिडिटी से लंबे समय तक राहत दिलाता है। स्वाद में खट्टा होने के बावजूद टमाटर शरीर में क्षार की मात्रा बढ़ाता है। इसीलिए इसके सेवन से एसिडिटी नहीं बढ़ती।
संतरा :
संतरे में मौजूद फ्रक्टोज, डेक्स्ट्रोज, खनिज एवं विटामिन शरीर में पहुंचते ही ऊर्जा प्रदान करने लगते हैं। संतरे का नियमित सेवन एसिडिटी से राहत पाने का उत्तम उपाय है।
पपीता :
पपीता पचने में आसान है। इससे आमाशय तथा आंत संबंधी विकारों में बहुत लाभ मिलता है। पपीता कब्ज, गैस, एसिडिटी व कफ जैसे रोगों में लाभकारी होता है।
अमरूद :
अमरूद कब्ज और एसिडिटी दोनों के लिए लाभकारी है। इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन, फाइबर व मिनरल होते हैं। फाइबरन की अधिकता के कारण यह कब्ज दूर करने में सहायक होता है।
जामुन :
जामुन को दवा के तौर पर खाया जा सकता है। पेट के रोगों में जामुन का सेवन काफी लाभकारी होता है। खाली पेट जामुन खाने से गैस व एसिडिटी की समस्या से निजात मिलती है।
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