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Showing posts from October, 2020

Cure for ASTHMA permanently in Ayurveda! "अस्थमा को जड़ से खत्म करने के उपाय" , #अस्थमा परिचय, कारण, लक्षण, बचाब, रामबाण इलाज, स्वस्थ फेफड़ों के लिए ayurvedic उपचार, Ways to treat asthma naturally!

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परिचय   सूक्ष्म श्वास नलियों में कोई रोग उत्पन्न हो जाने के कारण जब किसी व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होने लगती है तब यह स्थिति दमा रोग कहलाती है, इस रोग में व्यक्ति को खांसी की समस्या भी होती है।       कारण :        • औषधियों का अधिक प्रयोग करने के कारण कफ़ सूख जाने से दमा हो जाता है।    • अस्थमा या एलर्जी का पारिवारिक इतिहास (आनिवांशिक दमा)    • खान-पान के गलत तरीके से यह रोग हो सकता है।    • मानसिक तनाव, क्रोध तथा अधिक भय के कारण भी दमा होने का एक कारण है।    • खून में किसी प्रकार से दोष उत्पन्न हो जाने के कारण भी दमा हो सकता है।    • नशीले पदार्थों का अधिक सेवन करना भी इस रोग का कारण है।    • खांसी, जुकाम तथा नजला रोग अधिक समय तक रहने से दमा हो सकता है।    • भूख से अधिक भोजन खाने से दमा हो सकता है।    • मनुष्य की श्वास नलिका में धूल तथा ठंड लग जाने के कारण भी दमा हो सकता है।    • मल-मूत्र के वेग को बार-बार रोकने से यह रोग हो सकता है...

How to lose weight naturally!! शाकाहार से करे मोटापे पर वार '' महिलाओं के लिए मोटापा कम के आहार '', " How to be fit naturally!! 7 Days diet plan for non vegetarian "

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जल्दी वजन कम करने के लिए आहार : ► परिचय खाने से मोटापा बढता है, लेकिन कुछ ऐसे भी भोजन हैं जिनके सेवन से आपका वजन जल्दी घट सकता है। मोटापे पर नियंत्रण रखना स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक है लेकिन वजन घटाना आजकल एक ट्रेंड बन गया है। वजन कम करने के कई तरीके हैं लेकिन आहार के द्वारा वजन कम करना स्वास्‍थ्‍य के हिसाब से ज्यादा फायदेमंद होता है। कुछ ऐसे फूड्स हैं जिनको अपनी डाइट में शामिल करने से वजन को कम किया जा सकता है। कम वसा और खाने में कार्बोहाइडेट की मात्रा को कम करके वजन पर नियंत्रण पाया जा सकता है। ► बींस बींस को मोटापा घटाने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। क्योंकि बींस में ऐसे तत्व होते हैं जो कॉलेसिस्टॉकिनिन नाम के डाइजेस्टिव हार्मोन को लगभग दो गुना बढाता है। इसके अलावा बींस ब्लड शुगर के स्तर को बनाए रखता है, जिससे लंबे समय तक भूखे रहने पर नुकसान न हो। बींस को हाई फाइबर डाइट माना जाता है जो कॉलेस्ट्राल को कम करता है। ► अंडा अंडा प्रोटीन का खजाना होता है। सुबह नाश्ते में अंडा खाना सेहत के लिहाज से बहुत अच्छा होता है। अंडा खाने से कम भूख लगती है। ► सैलेड लंच और डिनर में खान...

"30 Best Diet Tips to Relieve from CONSTIPATION & Improve Bowel Movement " #30 बेस्ट टिप्स फॉर कब्ज

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Best Ayurvedic treatments for chronic constipation  ► त्रिफला चूर्ण  त्रिफला चूर्ण दो चम्मच हल्के गरम पानी में घोल कर नित्य रात्रि में सोते समय लेने से कब्ज की तकलीफ में तुरंत राहत मिलती है।           ► गरम दूध या पानी के साथ  थोड़े गरम दूध या पानी के साथ हरड़, बहेड़ा, और आंवला का समान मात्रा में तैयार किया हुआ चूर्ण रात्री में सोने के पहले रोज लेने से कब्ज की बीमारी दूर होती है।           ► टमाटर का सूप  टमाटर का सूप भी पिया जा सकता है। टमाटर जिद्दी आंतों में जमे पुराने मल को साफ करने का सटीक उपाय है।           ► बैंगन   बैंगन की सब्जी   बैंगन की सब्जी, चोलाई की सब्जी, पालक की सब्जी, आम, चने, दूध और शहद का मिश्रण मल त्याग वृति को सरल बनाता है।           ► आम का रस  आम का रस निकाल कर पीना उत्तम होता है और उसके ऊपर हल्का गरम दूध भी पीना चाहिए।           ► तांबे के बर्तन में एक चुटकी नमक ...

"Home Remedies for CONSTIPATION Relief" कब्ज का परिचय, लक्षण, कारण, परहेज, भोजन सेवन, योगासन, 43 अनोखे प्राकृतिक इलाज #पुरानी से पुरानी कब्ज का इलाज " Ayurvedic Treatment of chronic constipation

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कब्ज क्या है!!!   कब्ज एक ऐसी स्थिति है जिसमे व्यक्ति का पेट ठीक से साफ नहीं होता है और मल त्याग करते समय कष्ट भी होता है। कब्ज से पीड़ित व्यक्ति आम लोगों की तुलना में कम बार शौच करता है। जहाँ आम तौर पर लोग दिन में कम से कम एक बार शौच करते हैं वहीँ  कांस्टीपेशन का मरीज ३ या उससे भी ज्यादा दिनों तक मॉल त्याग नहीं कर पाता। इस कारण से उसका पेट भार-भारी रहता है और भोजन में भी अरुचि हो जाती है। कब्ज के कारण कुछ लोगों को उल्टी भी हो जाती है और सर में दर्द भी बना रहता है। कब्ज के लक्षण क्या-क्या हैं?  *ठीक से मल त्याग ना होना या पेट ना साफ़ होना  *मल त्याग करने में तकलीफ होना।  *स्टूल (टट्टी/मल) का बहुत हार्ड और कम मात्रा में होना *बार-बार ऐसा लगना कि अभी थोड़ा और मल त्याग करना चाहिए।  *पेट में सूजन या दर्द होनाउल्टी होना।       कारण   * भोजन ग्रहण करने में अनियमितता | * बासी भोजन करना | * अति विश्राम / कम शारीरिक श्रम | * मानसिक तनाव / टेंशन | * अधिक चिकनाई वाला भोजन | * आंतों की कमजोरी | * पानी कम पीना तथा खाने को ठीक से चब...

"How to be HEALTHY & YOUNG FOREVER" हमेशा तंदरुस्त एवं जवान कैसे रहें!! "स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने के उपाय" #Diet to stay young forever!

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हमेशा जवान रहना हर इंसान चाहता है, लेकिन इसके लिए कोशिश बहुत कम लोग करते हैं। दरअसल, हमेशा जवान बने रहना चाहे सबका ख्वाब हो पर इस सपने को साकार करने के लिए आयुर्वेद के अनुसार जिन नियमों का पालन करना होता है उन्हें कम ही लोग जानते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं उन्हीं नियमों के बारे में जिनका पालन कर हमारे ऋषि-मुनि हमेशा स्वस्थ और जवां बने रहते थे। एक जादूगरनी की कहानी से हम सभी परिचित हैं, वह जवान बने रहने के लिए दूसरों की जवानी चुरा लेती थी। हम सभी चाहते हैं हमेशा तरोताजा और जवान रहना, लेकिन इसके लिए जादूगरनी की तरह किसी की जवानी चुराने की जरूरत नहीं हैं। कहने का मतलब साफ है कि आप पर भी एक उम्र के बाद बुढ़ापा हावि होने लगेगा। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि यह बुढ़ापा कुछ देर से आए, आपके चेहरे और शरीर की ताजगी कुछ ज्यादा दिनों तक मेंटेन रहे तो समय रहते आपको सावधानी बरतनी शुरू कर देनी चाहिए। दरअसल सही खानपान और कुछ खास चीजों से आप भी पा सकते हैं सदाबहार जवानी। इसके लिए आप कुछ नेचरल फूड्स को अपनी दिनचर्या में शामिल करना पड़ेगा। तो आइए पहले आपको ऐसे ही कुछ खाने-पीने की चीज़ों के...